दुकान पै गया था अंडे लेण मखा कितने का एक है …
बैल्या भाई सात का …
मखा यार स्यामी दकाण आला तो पाँच का दे है …
चारौं कान्नी देख कै खड़या होकै मेरे कान मैं बोल्या …
भाई उसकी मुर्गी का करैक्टर खराब है …
दुकान पै गया था अंडे लेण मखा कितने का एक है …
बैल्या भाई सात का …
मखा यार स्यामी दकाण आला तो पाँच का दे है …
चारौं कान्नी देख कै खड़या होकै मेरे कान मैं बोल्या …
भाई उसकी मुर्गी का करैक्टर खराब है …
टीचर :- अच्छा इसका अंग्रेजी में अनुवाद करो … ” रामस्वरूप बिमार था परिणाम स्वरूप मर गया ”
पप्पी :- सर पहल्यां न्यु बताओ जब बिमार रामस्वरूप था तो परिणाम स्वरूप क्युकर मर गया … 😏
टीचर :- अरै बेकूफ रामस्वरूप बिमार था फलस्वरूप मर गया … 😬
पप्पी :- एल्ले ईब तीसरा मार दिया … जो बिमार है पहल्यां उसनै मारो सर जी फेर अनुवाद करुंगा … 😎
टीचर नै चाक का डब्बा बगा कै मारया बोल्या सुसरे तूं हिंदी सीख पहल्यां
हद्द ऐ यार …
एक बारां साल की लड़की का फेसबुक स्टेटस ” बहुत हुआ , अब मैं सब भूल के आगे बढ़ना चाहती हूं ”
ना बेब्बे तूं के भूलणा चावै छै का पहाड़ा … फेर तो तेरा सातवीं मैं ऐडमीशन बी कोनी होवै … आग्गै कित बढ़ैगी
happy – किमे ऐसी बात बता मेरी setting मन्ने छोड़ कै नही जावै….
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मैं (surbhi)- उसपै रपिए उधारे लेले
मैं अपणे छोरे तै बोल्या … देख ब्रो मैं रुढ़ीवादी बाब्बू ना हूं … मैं अर तूं फ्रैंड हैं आज तै तूं मेरी गैल्यां खुल कै बात कर सकै है बडी …
आग्गे तै बोल्या … या ब्रो आई थिंक सो … बट देअर इज सम प्रोब्लम भाई … अपणी आईटम नै समझा ले … कदिए छेत गेरै मन्नै … आई डोंट लाइक दिस हुंह …
कूण मैं बैठया रो रया है इब झकोई … मेरे अंदर का बाब्बू जाग ग्या अर उसनै मेरी इजाजत लिए बिना थप्पड़ा दिया मेरा फ्रैंड … 😏😏😏
अरै कुत्ते तेरी मां है मेरी आइटम …
जन्नत में हाई अलर्ट … हूरे सिर्फ बहत्तर थी , पहुंच गए तीन सौ …
हर कौई अपनी अपनी बहत्तर मांग रहा है
दिल्ली की छोरी :- आपने किसी से प्यार किया है … 😗
हरयाणवी छोरा :- आहो मैडम घणा किया है जी … 😎
दिल्ली की छोरी :- WOW किससे … 😗
हरियाणवी छोरा :- घी बूरे तै … खाट्टू के साग अर बाजरे के रोट तै … घेवर तै … लास्सी तै … मक्खण तै … और बी घणी चीज हैं मैडम जी … 😎
दिल्ली की छोरी :- पागल हो क्या इनसे कौन प्यार करता है … 😗
हरियाणवी छोरा :- हाम करां हां मैडम जी , एकबै खा कै देख ल्यो आपनै बी हो जागा
एक मांगण आले नै घर के दरवाजे पै रुक्का दिआ … अरै भुक्खा हूं भाई कुछ खाण नै दे द्यो …
मैं दरवाजे पै जाकै बोल्या … भाई घर कोए ना है एकला हूं कुछ बणा ना राख्या ,
सुसरा आगे तै बोल्या फेर तो बोतल खोल रया होगा एक पैग ए लवा दे
जोणसी न्यू कहया करती :-
“तू नी मिल्या जे मर जाऊगी”
उसे कै आज दूसरा छोरा होया है!!
आज फेर तेरी याद आरी , आज फेर ठेके पै जाउंगा ,
आज फेर नीदं मैं तेरा नाम ल्युंगा …
आज फेर लुगाई के मुक्के खाउंगा … 😢😢😭
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दारु की याद आरी गंदी सोच दारु की .