Sub Categories

चुप रहना ही बेहतर है, जमाने के हिसाब से !
धोखा खा जाते है, अक्सर ज्यादा बोलने वाले !!



तेरी तलाश में निकलु भी तो क्या फायदा,
तु बदल गया हैं ,खोया नही हैं ।

धर्म के ठेकेदार नजर आते हैं
लाशों के बाजार नजर आते है
पता नही तू है या नही है,एै ऊपरवाले
सब तेरे नाम पे लिए तलवार नजर आते हैं

कितना समेटे खुद को बार बार,
टूट के बिखरने की भी सीमा होती है ||


दोस्तों ने हमें कूटा , दुश्मन में कहाँ दम था,
पिट पिट के भी हँसता रहा, मैं इतना बेशरम था

लड़कों और लड़कियों की दोस्ती में ये हैं फर्क
दो लडकियां आमने-सामने जब
बात करती हैं।
,
पहली – हाए स्वीटहार्ट।
,
दूसरी – हाई , मेरी शोना , आई
मिस यू।
,
…और दोनों एक दुसरे के बारे में पीठ
पीछे बोलती हैं।
पहली – अरे वो एक नंबर
की नकचढ़ी हैं, घमंडी हैं।
,
दूसरी – मैं तो उसे भाव
ही नहीं देती , शक्ल से
बंदरिया लगती हैं
,
जब 2 लड़के जब आमने सामने बात करते हैं।
पहला – कैसा हैं कमीने ,
लाल शर्ट में
तो bandar लग रहा हैं बे।
,
दूसरा – अपने बाप से मजाक
करता हैं साले।
,
और दोनों एक दुसरे के बारे में पीठ पीछे बोलते हैं।
पहला – मस्त बंदा हैं यार।
,
दूसरा – खबरदार उसके बारे में कुछ गलत
बोला तो,
भाई हैं वो मेरा
शेयर करना ना भूले


हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत का,
कभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो। –


पसंन्द आया तो दिल में ,
नही तो दिमाग में भी नही ।

सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें ,
इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना ।

शांखो से टूट जाये वो पत्ते नही हे हम ,
इन आंधीयों से केहदो जरा अपनी औकात में रहे ।