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रोज़ गाड़ी से लगभग 100 किमी घूमता हूँ
लेकिन अभी तक एक भी नोटवाला बोरा नहीं मिला 😀



सारा बदन अजीब से खुशबु से भर गया
शायद तेरा ख्याल हदों से गुजर गया..

तरस गए हैं तेरे लब से कुछ सुनने को हम….
प्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे..

बारिश की बूंदों में झलकती है तेरी तस्वीर,
आज फिर भीग बैठे तुझे पाने की चाहत में !!


अब ऩ कोई हमे अपनेपन का यकीन दिलाये,
हमें रूह में भी बसा कर निकाला है लोगो ने..

लफ्ज़ पहचान बने मेरी तो बेहतर है..!!
चेहरे का क्या है, साथ ही चला जाएगा एक दिन


तुम साथ हो तो मुकद्दर पे हकुमत हैं अपनी।
बिन तेरे ज़िन्दगी की औकात ही क्या हैं।।


मेरे ख़िलाफ़ बातें बड़ी ख़ामोशी से सुनता हूँ मैं,
मैंने जवाब की ज़िमेदारी वक़्त को दे रखी है l

यूँ तो मुक्कमल कर दिया है मुझे इश्क़ ने तेरे..
पर तक़दीर के चलते रह गए ज़िन्दगी के कुछ पन्ने अधूरे.

सुना है दिल से याद करो तो खुदा भी आ जाता है,
हमने तो साँसों को भी दाँव पे लगा दिया फिर भी अकेले रहे