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सच के रास्ते पे चलने का.. ये फ़ायदा हुआ,
रास्ते में कहीं भीड़ नहीं थी ।



कई रिश्तो को परखा तो नतीजा एक ही निकला…,
जरूरत ही सबकुछ है, मुहब्बत कुछ भी नहीं..

कुछ लफ्ज ढूंढ सिर्फ मेरी खुशियों के लिये
मैं दुनिया खरीद दूंगा तुझे खुश रखने के लिये.

क्या पता था कि महोब्बत हो जायेगी,.?..हमे
हमें तो बस तेरा? मुस्कुराना अच्छा लगा था.


मेरी एक छोटी सी बात मान लो,
लंबा सफर है फकीरा हाथ थाम लो…

मेरी दिल की दिवार पर तस्वीर हो तेरी _
और तेरे हाथों में हो तकदीर मेरी..! –


मेरी कोशिश हमेशा से ही नाकाम रही
पहले तुजे पाने की अब तुजे भुलाने की.


उन्हें देखने सो जो आ जाती है चेहरे पे रौनक,
वो समझते हैं की बीमार का हाल अच्छा है ..

jisko टूट के प्यार किया हो :
उसको भूला पाना इतना आसान नही होता

दुश्मन के सितम का खौफ नहीं हमको,
हम तो दोस्तो के रूठ जाने से डरते है !