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~Tum Haqeeqat’E-Ishq Ho Yaah Faraib Merii Aankhon Ka,

Na Dil Se Niikaltey Ho Na Zindagi Meiin Aatey Ho .. ‘



बड़ी बारीक़ी से पढ़ लेते है वो ख़ामोशी मेरी,
बार बार यू मुझे अपना बनाना उन्हें बख़ूबी आता है।।

चुप रहना ही बेहतर है, जमाने के हिसाब से !
धोखा खा जाते है, अक्सर ज्यादा बोलने वाले !!

tab se hone lagi hai mujhe apne aap se mohabbat,
jab se uski aankhon mai dekha hai mene pyar khud ke liye..

<3 :D


तेरी तलाश में निकलु भी तो क्या फायदा,
तु बदल गया हैं ,खोया नही हैं ।

कितना समेटे खुद को बार बार,
टूट के बिखरने की भी सीमा होती है ||


कर्म भूमि पे फल के लिए श्रम सबको करना पडता है
रब सिर्फ लकीरेँ देता है रंग हमको भरना पडता है


जो जिन्दगी आप अभी जी रहे है
बहुत से लोगो के लिए अभी भी सपना है

उपलब्यधियाँ और आलोचनाएँ एक दुसरे की मित्र है
उपलब्यधियाँ बढेगी तो निशचित ही आपकी आलोचनाएँ भी बढेगी

अगर कोई आप पर आँख बंद करके भरोसा करे तो
आप उसे ये एहसास मत दिलाओ कि वह सच मे अंधा है