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ये वाला तो गजब है👌👍
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एक गाँव में बाढ आई थी तो मीडिया वाले ग्राम
सरपंच के पास गए और बोले: आपके गांव
की आबादी सरकारी रजिस्टर में पांच सौ है और नदी से
अब तक नौ सौ लोग निकाले जा चुके हैं, ऐसा कैसे?

सरपंच: रजिस्टर का हिसाब
सही है! क्या है कि हमारे गांव में किसी ने
हेलीकाप्टर नहीं देखा है, वो आर्मी वाले
इनको निकाल के किनारे करते है और ये
हेलीकाप्टर पे चढ़ने के लिए फिर से पानी में कूद
जाते हैं!! भगवान झूठ न बुलाये, मैं खुद ही नौ-दस बार पानी मे कूद
चूका हूँ …



जब भी मैं हँसते हुए “phone” के तरफ देखता हूँ …*

*तो घरवाले को लगता है “सेटिंग” का मैसेज है..!!*
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*अब उनको कौन बताए “single” लोग “चुटकुले” पढकर ही खुश रहते है..!!

सेक्रेटरी : सर, आप मुझे नौकरी से निकाल तो नहीं रहे..?

बॉस : नहीं ऐसी तो कोई बात नहीं, पर तुम्हें ऐसा क्यों लगा..?

सेक्रेटरी (नजर घूमाते हुए) : वो आपने केबिन से सोफा-कम-बेड हटवा दिया है न.. इसलिए..

अगर ड्रग्स पर ‘उड़ता पंजाब’ बनाई है तो
खैनी पर ‘रगड़ता बिहार’
गुटखे पर ‘थूकता उत्तरप्रदेश’
दारू पर ‘लुढ़कता हरियाणा’
सिगरेट पर ‘फूंकती दिल्ली’
अफीम पर ‘चिलमता हिमाचल’
भी बना डालो बे..


अगर आपकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है
और उसके बाद भी
आपने अपने फोन में रोमांटिक गाने भर रखे है
तो आप गज़ब वाले आशावादी इंसान है

90 साल के दो बुजुर्ग रामलाल और श्यामलाल बचपन से ही दोस्त थे।

रामलाल मृत्यु शैय्या पर था। श्यामलाल रोज उसे देखने जाया करता था।

एक दिन श्यामलाल बोला—” राम, हम दोनों को फुटबॉल से बेहद प्यार है और सालों से हम हर शनिवार को फुटबॉल खेलते रहे हैं। तो भाई, जब तुम स्वर्ग में जाओ तो मुझे वहाँ की ये जानकारी जरूर देना कि वहाँ स्वर्ग में फुटबॉल का खेल होता हैं या नहीं। ”

अपनी मृत्यु शैया पर पड़े हुए रामलाल ने श्यामलाल को देखा और बोला—” श्याम, तू मेरा बेस्ट फ्रेंड है। अगर संभव हुआ तो मैं अवश्य तुझे ये जानकारी दूँगा। ”

कुछ रोज बाद रामलाल का स्वर्गवास हो गया।

एक हफ्ते बाद एक रोज आधी रात को श्यामलाल की नींद अचानक खुल गयी। उसने देखा कमरे में सफ़ेद प्रकाश की चकाचौंध हो रही है और कोई उसे पुकार रहा है—” श्याम…..श्याम…..”

श्याम घबराया हुआ बोला—” कौन है ? क….क…..कौन है ”

रामलाल—” डरो मत श्याम…ये मैं हूँ, तुम्हारा बेस्ट फ्रेंड…रामलाल। ”

श्यामलाल—” लेकिन तुम तो मर चुके हो। ”

रामलाल—” सही कहा भाई। मैं मर चुका हूँ और इस वक्त मैं स्वर्ग से बोल रहा हूँ। मेरे पास तुम्हारे लिए एक बहुत अच्छी खबर है और एक ज़रा बुरी खबर भी है। ”

श्यामलाल—” ठीक है…लेकिन पहले मुझे अच्छी खबर सुनाओ। ”

रामलाल—” अच्छी खबर ये है कि, यहाँ स्वर्ग में धरती से भी बढ़िया फुटबॉल किट हैं। हमारे पुराने दोस्त जो मर चुके हैं….सभी यहाँ हैं। पहले से भी बढ़िया हैं…हम सब के सब फिर से जवान हो गए हैं। यहाँ ना बारिश होती है और ना ही तेज धुप रहती है….मौसम हमेशा शीतल और सुहाना रहता है। और सबसे अच्छी बात कि हम खूब फुटबॉल खेलते हैं और ज़रा भी नहीं थकते। ”

श्यामलाल—” वाह…बहुत खूब….ये तो मेरे स्वप्न से भी अधिक और आगे है। ठीक है राम…..अब बुरी खबर भी सुना दो। ”

रामलाल—” बुरी खबर ये है मेरे भाई….कि, इस शनिवार को होने वाले फुटबॉल मैच की टीम में तुम्हारा नाम भी है। “


प्रेमिका ने अखबार पढ़ रहे प्रेमी को पीछे से जोरदार घूंसा मारा। इस पर प्रेमी ने कहा -क्या हुआ, प्रिये ?
प्रेमिका- तुम्हारी शर्ट की जेब में एक कागज मिला था, जिस पर Mary (लड़की का नाम) लिखा हुआ था।
प्रेमी- अरे नहीं प्रिये, तुम्हें याद है पिछले सप्ताह मैं ट्रेकिंग पर गया था। मैंने घोड़ी की सवारी की थी। Mary उसी घोड़ी का नाम है।
अगले दिन प्रेमिका ने फिर जोरदार घूंसा मारा।
प्रेमी- अब क्या हुआ प्रिये?
प्रेमिका – तुम्हारी घोड़ी का फोन आया था।


एक बार एक पति जब अपने दफ्तर से वापस घर आया तो उसकी पत्नी ने घबराते हुए उससे लिपट कर कहा;
पत्नी: भगवान् का लाख लाख शुक्र है कि आप सही सलामत घर वापस आ गए!
पत्नी कि बात सुन पति ने हैरान होते हुए अपनी पत्नी से पूछा ;
पति: क्यों, क्या हो गया तुम इतनी घबराई हुई क्यों हो?

पत्नी: कुछ नहीं बाहर कुछ लोग कह रहे थे की एक चूटिया दारू पी कर ट्रक के नीचे आ गया है !

Teacher:- राजीव गांधी का खेलों में ऐसा क्या योगदान था, जो उनके नाम पर ‘राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया जाता है?

Student:- राजीव गांधी जी ने खेल-खेल में देश को एक ऐसा रत्न दिया, जिससे आज पूरा देश खेलता है!

गुरू जी नमस्ते! पहचाना..??
मैँ आपका शिष्य कल्लू बोल रहा हूँ।
“अरे ! कल्लू कैसे हो तुम ?? आज इतने सालो बाद मेरी याद कैसे आ गई??
और मेरा फोन नम्बर कैसे मिल गया??”
गुरूजी ! फोन नम्बर ढ़ुंढ़ना कौन सा मुश्किल था ?
जब प्यासे को प्यास लगती है तो जलस्रोत ढ़ुंढ़ ही लेता है। 😚😚
दरअसल गुरू जी हमने एक नया रोजगार शुरू किया है।
और आपने बचपन में कहा था की जब भी कोई काम शुरू करना हमसे उदघाटन जरूर कराना। 😚😚br> तो हम अपने काम का उदघाटन आपसे ही कराना चाहते है। ☺☺
“अतिसुन्दर! वत्स। बताओ कहाँ आना है उदघाटन के लिये हमें
गुरूजी ! आप पुराने खंडहर के पास चार लाख रूपया लेके आ जाईये। .
आपका ‘छोटू’ हमरे कब्जे में है। 😂
आज से ही ‘अपरहण’ का धंधा चालू किया
तो सोचा की ‘उदघाटन’ आपके शुभ हाथो से ही हो।