जज – तुमने 10 साल से अपनी पत्नी को
डरा-धमका अपने काबू मे रखा है…
मुजरिम – जी जज साहब… वो बात है ये कि……
जज – सफाई नहीं … तरीका बता… तरीका
जज – तुमने 10 साल से अपनी पत्नी को
डरा-धमका अपने काबू मे रखा है…
मुजरिम – जी जज साहब… वो बात है ये कि……
जज – सफाई नहीं … तरीका बता… तरीका
एक आदमी की एक टांग की हड्डी टूट गयी…
वो हॉस्पिटल गया तो देखा कि वहां एक आदमी की
दोनों टांगें टूटी हुई हैं ।।
भोलापन तो देखिए … तो वो उसको देखकर बोला कि
– आपकी दो पत्नियां हैं क्या??
एक बेवकूफ पति अपनी पत्नी से कहता है कि
कभी कभी चुप😷 भी रहा करो ।
मगर एक बुद्धिमान पति कहता है कि
तुम्हारे लब जब खामोश रहते हैं
तो चेहरा बेहद हसीन लगता है😍😜😀…………
रिश्ता वही ….सोच नई…
पत्नी ने सुबह सुबह कहा कि
आधा सिर दुख रहा है!!!
पति ने गलती से बोल दिया कि
जितना है, उतना ही तो दुखेगा!!
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तब से पति का पूरा शरीर दुःख रहा है
संता ने एयरटेल के ऑफिस में फोन किया
संता – मेरे फोन का बिल बहुत ज्यादा आया है
इतनी तो मैंने बात भी नहीं की है
बंता (एयरटेल से) – अच्छा आपका प्लान क्या है ?
संता – अभी तो मार्किट आया हुआ हूँ
शाम को दारू पिऊंगा…आप अपना बताइये
भगवान का दिया कुछ भी तो नहीं है
ना दौलत है..
ना शौहरत है..
और ना ही सेटिंग है..
एक रीबॉक का टोपा था साला
उसे भी छत से बंदर उठा के ले गया
पप्पू ट्रक ड्राइवर से बोला – क्या तुम तुम भगत सिंह को जानते हो ?
ड्राइवर – नहीं
पप्पू – क्या तुम सुभाष चन्द्र बोस को जानते हो ?
ड्राइवर – नहीं तो…
पप्पू – क्या तुम चन्द्रशेखर आजाद को जानते हो ?
ड्राइवर – नहीं तो…
पप्पू – तो फिर ट्रक के पीछे ये क्यूँ लिखा है – “शहीदों को नमन”
ड्राइवर – अरे ये तो उन लोगों के लिए लिखा है
जो इस ट्रक के नीचे आ के मरे हैं… :p 🙂
पप्पू बेहोश…
संता – यार मैं घरवालों से बड़ा परेशान हूँ
बंता -क्यों ?
संता – अरे उनको घड़ी में टाइम तक देखना नहीं आता
बंता – मतलब ?
संता – सुबह- सुबह मुझे जबरदस्ती उठा देते हैं
और बोलते हैं –
“उठ जा, देख कितना टाइम हो गया
पत्नी सुबह उठते ही चिल्लाने लगी –
उठो जी, जल्दी नाश्ता बनाओ मुझे बाहर जाना है
पति – मैं आज ही तुमसे तलाक लूंगा
अरे नहीं रहना मुझे तुम्हारे साथ एक पल भी
जा रहा हूँ मैं वकील के पास
थोड़ी देर बाद पति चुपचाप आकर
बर्तन धोने लगा….
पत्नी – क्या हुआ ?
पति – कुछ नहीं, वकील साहब अभी कपड़े धो रहे हैं
प्राइवेट जॉब में छुट्टी लेकर सुसराल पहुंचना उतना ही मुश्किल है
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जितना की पुरानी फिल्मो में गवाह का कोर्ट पहुंचना