हर रिशते से नूर बरसेगा,
बस शर्त इतनी सी है कि
रिशतो मे शरारते करो
साजिशे नही
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कठिन समय मे
समझदार व्यकित रास्ता खोजता है
और कायर बहाना
गलती करे
सौ बार करो, हजार बार करो
बस!
इतना ध्यान रखो कि किसी गलती को दोबारा मत करो
अगर दो लोगो मे कभी लडाई ना हो तो समझ लेना कि
.
रिशता दिल से नही
दिमाग से निभाया जा रहा है
किसी भी मनुष्य कि वर्तमान स्तिथि को देखकर
उसके भविष्य का उपहास मत उडाऔ
.
क्योकि
.
समय मे इतनी शक्ति है कि वह एक साधारन से कोयलो को भी धीरे-धीरे एक किमती हीरे मे बदल देता है
हार और जीत
आपकी सोच पर
निर्भर करती है
.
मान ली तो हार
ठान ली तो जीत
यदि आप सही हो तो आपको गुस्सा होने कि जरूरत नही और
यदि आप गलत हो तो आपको गुस्सा होने का हक नही
आप चाहे कितने ही अच्छे काम करो
कितने ही इमांनदार बनो
पर दुनियाँ तो आपकी एक गलती का इन्तजार कर रही है
“बोलना सब जानते है
मगर कब और क्या बोलना है
यह कम ही लोग जानते है”
अपनी गलतियो से
तकदीर को बदनाम ना करो
क्योकि तकदीर तो खुद
हिम्मत की मोहताज होती है