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एक तरफ आँखें है जिनमें नीदें भरी है…

दूजी पलकें है जो इंतजार की जिद पे अडी है



वो फिर से लौट आये थे मेरी जिंदगी में’ “अपने मतलब” के लिये,
और हम सोचते रहे की हमारी दुआ में दम था !

ये काजल, ये खुली-खुली जुल्फें ,
तुम यूँ ही जान माँग लेती इतना इंतजाम क्यूँ किया

वो आईने को भी हैरत में डाल देता है ….
किसी किसी को खुदा ये कमाल देता है


*खामोशी से बनाते रहो पहचान अपनी..*

*हवाएँ ख़ुद गुनगुनाएगी नाम तुम्हारा..!!*

Glti meri hi thi vo pappi pappi mangti rhi
or me kutte ka bachaa dhundta RHA……..


गिला भी तुझ से बहुत है, मगर मोहब्बत भी,
वो बात अपनी जगह है, ये बात अपनी जगह


सुंदरता मन की रखो,
फेसवाश से सिर्फ मुँह चमकता है दिल नहीं !!

दिलबर मेरे कब तक मुझे ऐसे ही तडपाओगे,
एक कान के नीचे लगा दूंगा तो पल में सुधर जाओगे !!

वक्त बहुत कीमती होता है, इसलिए अपना नहीं दूसरों का बरबाद करें