लड़कियाँ खिलौना नही होती… जनाब..
पिता तो यूँ ही प्यार से गुड़िया कहते हैं
Sub Categories
कितना अच्छा होता…तुम जो मतलबी होते…
और तुम्हें सिर्फ….मुझसे ही मतलब होता…
एक गलत इन्सान की वजह से कभी कभी,
हमें पूरी दुनिया से नफरत हो जाती है !!
हादसे तो और भी हुए है मेरे साथ जिंदगी में,
मगर मुझे रूह से मार गया तेरा छोड़ जाना !!
मोहब्बत का इजहार करके मेरे दर्द को बेघर ना कर…
ताउम्र काटी है इसने मेरे सीने में रह कर…..।।।।”
सुनो एक अजीब सी चुभन होती है..!!
जब मेरे सिवा कोई तुम्हारा नाम लेता है.
नाराजगी चाहे कितनी भी क्यो न हो तुमसे
तुम्हें छोड़ देने का ख्याल हम आज भी नही रखते_!!!
मुझे मालूम है कि ये ख्वाब झूठे हैं और ख्वाहिशें अधूरी हैं…
.
मगर जिंदा रहने के लिए कुछ गलतफहमियां जरूरी हैं…!!
सुनसान सी लग रही है , आज ये शायरों की बस्ती….*
*क्या किसी के दिल मे , अब दर्द नहीं रहा.
लोग तो वही रहते है बस
वक्त के साथ उनका बर्ताव बदल जाता है