Sub Categories

अब हर कोई हमें आपका आशिक़ कह के बुलाता है
इश्क़ नहीं न सही मुझे मेरा वजूद तो वापिस कीजिए ।



नींद तो बचपन में आती थी
अब तो mobile को rest देने के लिए सो जाते हैं

मेरे बारे में अपनी सोच को थोड़ा बदलकर देख,
मुझसे भी बुरे है लोग तू घर से निकलकर तो देख

अपना परिचय अगर खुद देना पड़े,
तो समझ लीजिये कि सफलता अभी दूर है..!


माना की मरने वालों को भुला देतें है सभी. . .
मुझे जिंदा भूलकर उसने कहावत ही बदल दी

बहुत सौचकर आज खुद से ये सवाल किया मैने, . . ऐसा क्या है मुझमे के लोग मुझसे वफा नही करते… .


हर सजा क़बूल की सर झुका के हमने,
जैसे कोई बहुत बड़ी भूल कर दी दिल लगा के हमने !!


आज नज़र ने आईने को यह बोल कर ठोकर मारी,
मुझे खुद की नहीं मेरे मेहबूब की नज़र में संवरना है !!

पूरी दुनिया से जुदा सी है वो,
हम जिसे चाहते है खुदा सी है वो !!

क्यूँ परेशान होते हो सबकी बातों से,
कुछ लोग पैदा ही बकवास करने के लिये होते है !!